मैं हूँ Jachu — एक writer, जो अब तक मर्डर, थ्रिलर और क्राइम की दुनिया में जीती आई है।
लेकिन आज... कुछ अलग है।
आज मैं एक love story लिखने जा रही हूँ। और नहीं, ये सिर्फ कहानी नहीं होगी —
ये मेरा अपना प्यार होगा। मेरी अपनी अधूरी कहानी, जिसे मैं खुद पूरा करने जा रही हूँ।
और कहानी शुरू होती है उससे...
Yash — हमारे कॉलेज का सबसे हैंडसम लड़का।
लड़कियाँ उसे देखने के लिए घंटों कैंटीन में बैठती हैं।
लेकिन वो?
वो मुझे देखता है। सिर्फ मुझे।
हाँ, अब आप सोचेंगे — "इतना यकीन कैसे?"
तो सुनिए —
वो जब भी मुझे देखता है, तो नज़रें हटाता ही नहीं।
कभी लाइब्रेरी के कोने से, कभी क्लास के दरवाज़े से...
कभी-कभी तो इतना पास आ जाता है कि हमारी आँखें टकरा जाती हैं...
और फिर वो —
3 से 5 सेकंड तक मेरी आँखों में झाँकता है...
फिर जैसे डरकर... भाग जाता है।
अब आप ही बताइए — ये सिर्फ इत्तेफाक है?
मुझे लगता है... नहीं।
मुझे यकीन है — वो मुझसे प्यार करता है।
अब तक मैंने उसे कभी ‘वो भाव’ नहीं दिया।
क्योंकि मैं खुद भी नहीं जानती थी कि मैं प्यार करना चाहती हूँ।
पर अब —
अब मैं तैयार हूँ।
आज मैं उसे प्रपोज़ करने जा रही हूँ।
हाँ, मैं — Jachu — उस लड़के को, जो मुझसे चुपचाप मोहब्बत करता है,
खुद जाकर कहने वाली हूँ:
"Yash, main bhi tumse pyaar karti hoon..."
अब अगर तुम भी जानना चाहते हो कि आगे क्या हुआ —
तो चलो, मेरे साथ कॉलेज के उस मोड़ तक,
जहाँ मैं उसे ढूँढने जा रही हूँ...
अब आप सोच रहे होंगे —
"आज ही क्यों?"
"इतना वक़्त क्यों लिया?"
तो सुनिए...
क्योंकि आज...
"प्रेमियों का दिन है।"
आज वो दिन है जब हर लड़का, हर लड़की अपनी क्रश को "I love you" बोलने की हिम्मत करता है।
पर मैं?
मैं थोड़ी अलग हूँ।
मैं एक ऐसी लड़की हूँ —
जो सुंदर है, स्मार्ट है... और थोड़ी ज़िद्दी भी।
लेकिन आज...
आज मैं अपना गुरूर, अपनी झिझक, सब कुछ छोड़कर
खुद उस लड़के के पास जा रही हूँ —
जो शायद मुझसे कब से प्यार करता है, पर कभी कह नहीं पाया।
हाँ, मैं — Jachu — आज Yash को प्रपोज़ करने जा रही हूँ।
आज मैंने खुद को कुछ खास सजाया है।
Red color का long frock पहना है — बिल्कुल soft fabric, जो हवा के साथ हल्का सा लहरा रहा है।
कानों में छोटे-छोटे झुमके,
माथे पर एक लाल बिंदी,
और होंठों पर वही गहरा लाल रंग, जो सिर्फ खास मौकों के लिए बचा रखा था।
आँखों में गहराई भरने वाला काजल...
और हाथ में —
एक लाल गुलाब।
हथेलियों में थोड़ी सी पसीने की नमी है, और दिल की धड़कनों की रफ़्तार तेज़।
लेकिन एक हल्की सी शर्म भी है —
क्योंकि आज मैं कहने जा रही हूँ —
"Yash... main tumse pyaar karti hoon."
अब और इंतज़ार नहीं होता।
📍चलो — कॉलेज चलते हैं।
जहाँ वो मिलेगा... शायद लाइब्रेरी के बाहर,
या कैंटीन के कोने में,
या फिर वहीं... जहाँ हम पहली बार टकराए थे।
आज तो...
हवा में भी मोहब्बत घुली हुई थी।
हर पेड़, हर फूल जैसे मेरे लिए नाच रहे थे।
मौसम ने मेरी तरह लाल रंग ओढ़ रखा था — जैसे कुदरत भी चाहती हो कि आज मैं अपने प्यार का इज़हार करूँ।
मैंने जब कॉलेज में कदम रखा...
तो लगा जैसे कोई हीरोइन आ रही हो —
सारे रास्ते, सारी नज़रें मेरी ओर।
और तभी...
वो।
मेरे क्लास के सामने —
Yash खड़ा था।
OMG...
उसने आज सिर्फ़ एक basic white shirt पहनी थी,
नीचे black pant, और pink shoes —
हाँ, pink!
अब तुम सोचोगे — "अरे लड़कों का pink में क्या काम?"
पर रुको —
जब Yash pink पहनता है, तो वो सिर्फ़ एक रंग नहीं रहता — वो स्टाइल बन जाता है।
उसकी आँखें...
गहरी, मदहोश करने वाली।
जैसे हर बार सिर्फ़ एक ही शब्द कहती हों —
"Pyaar..."
उसकी हल्की सी मुस्कान, और लाल होंठ —
बस एक झलक, और...
किसी का भी दिल हिल जाए।
और वो —
वो मुझे देख रहा था।
हाँ, सीधा मेरी आँखों में।
मेरा दिल इतनी ज़ोर से धड़कने लगा कि लगा —
"अब तो गिर ही जाऊँगी!"
मैंने झट से अपनी पलकें नीची कर लीं,
हाथ पीछे कर के गुलाब छिपा लिया...
और तभी...
एक तूफ़ान आ गया।
"वो चुड़ैल!"
हाँ, वही — Riya —
बिल्कुल फिल्मी अंदाज़ में, Yash के पास आई।
और उसने क्या किया?
उसका हाथ पकड़ लिया।
मैं देखती रही...
जैसे कोई कहानी मेरी आँखों के सामने टूट रही हो।
Yash कुछ कह रहा था... पर मेरी सुनने की हिम्मत नहीं थी।
और फिर —
वो चल पड़ा... उसी के साथ।
मुझसे दूर।
और मैं?
वहीं खड़ी रही...
हाथ में गुलाब लिए, आंखों में आंसू रोके...
"नहीं!"
"ये क्या था?"
मैं खुद से बड़बड़ाई।
क्या Riya और Yash... एक-दूसरे से प्यार करते हैं?
तो फिर...
Yash मुझे क्यों देखता था?
क्यों हर बार मेरी आँखों में झाँकता था जैसे... कुछ कहना चाहता हो?
मैंने तो...
मैंने तो उसकी तारीफें अपनी हर दोस्त से की थीं —
"Yash सिर्फ मेरा है!" — ऐसा सोचकर अपने सपनों की दुनिया बना ली थी।
पर अब...
अब मैं टूटी नहीं हूँ।
अब मैं जानना चाहती हूँ — सच क्या है!
मैंने गुलाब एक किनारे फेंका और उनके पीछे चल पड़ी।
पीछा करना कोई मुश्किल काम नहीं...
और वैसे भी, मैं writer हूँ — हर कहानी का पीछा कर सकती हूँ।
वो दोनों — Riya और Yash — कॉलेज के सबसे पिछवाड़े वाले हिस्से में गए।
वहाँ एक पुराना कमरा है, जहाँ कबाड़ जमा रहता है... कोई आता-जाता नहीं।
पर आज — वो दोनों वहाँ क्यों गए?
मैंने खुद से पूछा —
"क्या मुझे अब भी उनके पीछे जाना चाहिए?"
पर दिल ने कहा —
"हाँ! क्योंकि अभी यकीन नहीं टूटा है... पर सच्चाई दिखनी ज़रूरी है।"
मैं धीरे-धीरे कदम रखती वहाँ पहुँची।
कमरे का दरवाज़ा अंदर से बंद था।
पर सामने एक टूटी हुई खिड़की थी —
जो शायद मेरी किस्मत बन गई।
मैंने झाँका...
और...
मेरी रूह काँप गई!
"Yash... ये क्या कर रहा है???"
Riya...
बिलकुल बेहोश पड़ी थी।
और Yash?
Yash की आँखें...
लाल।
गहरी, चमकदार, खून से भरी हुई लाल।
उसके होंठों पर...
खून की लकीरें।
और Riya के गले पर...
दो छेद।
जिनसे अब भी ताज़ा खून रिस रहा था।
Yash —
मेरा Yash — कोई इंसान नहीं था।
वो एक... Vampire था।
मेरे हाथ काँपने लगे।
साँसें रुक गईं।
जिसे मैं प्यार कह रही थी, वो तो... मौत निकली।
अब क्या करूँ?
भागूँ...?
या सामना करूँ...?
या फिर... उसकी भी अगली शिकार मैं ही हूँ...?
Next part 2
🩸 "Red Love in Vampire World" 🖤
Yash मुझसे अपने प्यार का इज़हार करने वाला है...
पर मैं उसका सच जानती हूँ — वो इंसान नहीं है।
अब फैसला मेरा है...
💬 अगर आप मेरी जगह होते, तो क्या करते?
🔹 क्या मैं Yash के प्यार को कबूल कर लूं?
🔹 या फिर उसे उसके अंधेरे सच के साथ छोड़ दूं?
👇 कॉमेंट में ज़रूर बताएं:
YES – अगर आप प्यार को मौका देना चाहेंगे।
NO – अगर सच से बड़ा कुछ नहीं।
अगर आप चाहें, तो इसके नीचे पोल या कमेंट CTA भी जोड़ सकते हैं:
> ❤️ Yes
💔 No
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🔸 Disclaimer / सूचना
इस कहानी "Red Love in Vampire World" का किसी भी जीवित या मृत व्यक्ति, घटना या स्थान से कोई संबंध नहीं है। यह पूरी तरह एक काल्पनिक और मनोरंजन हेतु रची गई कहानी है। कृपया इसे केवल एक फिक्शनल अनुभव के रूप में लें।